कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए गई मेडिकल टीम के साथ इंदौर और बिहार के शहरों में मारपीट के बाद रायपुर में भी बदसलूकी किए जाने की घटना सामने आई। यहां नगर निगम का स्वास्थ्यकर्मी सैनिटाइजेशन का काम कर रहा था, इसी दौरान मौदहापारा इलाके में उनके साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। पुलिस ले 3 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली। रायपुर से एक अच्छी खबर यह है कि प्रदेश में पहली कोरोना पॉजिटिव पाई गई युवती के पिता ने कोरोना से लड़ने की जंग में राज्य सरकार को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी।
प्रगति नगर, पंडरी में रहने वाले सापन पात्रे ने बताया कि मौदहापारा स्वीपर कॉलोनी में विशाल रात्रे नाम के सफाईकमी के घर वह ब्लीचिंग पाउडर छोड़ने गया था। उसी समय ऋषभ रक्सेल, विनय रक्सेल, अन्नू साथियों के साथ आए और कहने लगे कि हमारे मुहल्ले में क्यों आए हो। इसके बाद पीटना शुरू कर दिया। सापन ने बताया कि उसकी आंख के नीचे और पसली में चोट आई हैं। घटना की जानकारी उसने नगर पालिका निगम जोन क्रमांक 03 के पार्षद पुरूषोत्तम सिंह बेहरा और अपने साथी अंकित रहंगडाले को दी।
कोरोना पॉजिटिव युवती के पिता ने की मदद
कोरोना पॉजिटिव छात्रा के पिता ने मुख्यमंत्री राहत कोष में यह राशि जमा की। उन्होंने कहा कि शासन जरूरतमंदों की मदद के लिए जो योजनाएं चला रहा है, उसमें यह छोटी सी मदद है। मेरी बेटी अब सामान्य हो रही है। टेस्ट में वह जरूर पॉजिटिव निकली, लेकिन अब उसे किसी तरह का बुखार या सर्दी-खांसी नहीं है। वह फिट है और उसका संक्रमण भी जल्द खत्म हो जाएगा। उसकी डाइट भी ठीक है। वह एम्स में डॉक्टरों की देखरेख में हैं। योग वगैरह से खुद को फिट करने की कोशिश में लगी है। लगातार 2 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनकी बेटी को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।